HighLights
- पेरिस का मशहूर लूव्र म्यूजियम बंद हो गया है।
- बिगड़ती व्यवस्था के चलते यहां का स्टाफ हड़ताल पर चला गया है।
- इसकी वजह से 16 जून को इस म्यूजियम को बंद कर दिया गया।
पीटीआई, नई दिल्ली। दुनियाभर में कई सारे म्यूजियम मौजूद हैं, जो अपनी खासियत के लिए जाने जाते हैं। इन्हीं में से एक म्यूजियम पेरिस में मौजूद हैं, जो अपनी कला, सौंदर्य और मजबूती के लिए जाना जाता है। इस खास म्यूजियम को देखने भारी संख्या में लोग यहां आते हैं और इसी वजह से यह दुनिया का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला म्यूजियम कहलाता है। हम बात कर रहे हैं पेरिस के मशहूर लूव्र म्यूजियम ( Louvre Museum shut down) की।
आपको जानकर हैरानी होगी इतना मशहूर और खास होने के बाद भी कि यह म्यूजियम बंद (Paris museum closure update) दिया गया है। अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी, जो इतने बड़े म्यूजियम को यूं अचानक बंद करना पड़ा। आपको बता दें कि यह म्यूजियम किसी आपदा, वॉर या इमरजेंसी की वजह से नहीं, बल्कि यहां के कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से बंद हुआ। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
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क्यों बंद हुआ म्यूजियम (Why Louvre Museum is closed)?
दुनिया का यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला यह संग्रहालय 16 जून को बंद कर दिया गया, क्योंकि इसके अपने कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। इस म्यूजियम में लियोनार्डो दा विंची की मोना लिसा जैसी मशहूर कलाकृतियां देखने को मिलती है, लेकिन यहां अब यहां लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा गार्ड और टिकट एजेंट जैसे कर्मचारियों ने काम करने से मना कर दिया।
CGT-कल्चर यूनियन की सारा सेफियन का कहना है कि हम मदद के लिए इंतजार नहीं कर सकते। हमारी टीम में अब दबाव में हैं। यह सिर्फ कला के बारे में नहीं है, बल्कि इसे बचाने वाले लोगों के बारे में है।
किन समस्याओं का सामना कर रहे कर्मचारी?
यहां काम करने वाले स्टाफ ने पर्यटकों की भीड़, खराब स्टाफिंग और कठिन वर्किंग कंडीशन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए काम करने से मना कर दिया। साल 2024 में, पेरिस के इस संग्रहालय में 8.7 मिलियन लोग आए थे, जो इसकी क्षमता से दोगुना है। कर्मचारियों का कहना है कि इसमें आराम करने के लिए जगह की कमी है, बहुत कम शौचालय हैं और कांच के पिरामिड के कारण गर्मियों में बहुत गर्मी लगती है। इस वजह से हजारों पर्यटक टिकट लेकर बाहर खड़े रहे, क्योंकि गैलरी गार्ड और टिकट एजेंट जैसे कर्मचारियों ने काम करने से मना कर दिया।
क्या इस भीड़ का कारण?
कर्मचारियों का मानना है कि इस भीड़ की वजह मोना लिसा को माना जा सकता है। यह 16वीं सदी का एक चित्र है, जो वर्तमान में लोगों को किसी सेलिब्रिटी से मिलने-जुलने जैसा आकर्षित करता है। म्यूजियम के सबसे बड़े कमरे में 20,000 लोग सिर्फ लियोनार्डो दा विंची की इस रहस्यमयी तस्वीर के साथ एक सेल्फी लेने के लिए आते हैं।
यह नजारा अक्सर शोरगुल, धक्का-मुक्की वाला और इतना भीड़ वाला होता है कि कई लोग उसके बगल में मौजूद खूबसूरत टिटियन और वेरोनीज की कृतियों पर नजर ही नहीं डालते - टिटियन और वेरोनीज की कृतियाँ जिन्हें काफ़ी हद तक अनदेखा कर दिया जाता है।